हाय हुसैन की सदाओं से गूंजी करबला,मजलिस मातम के साथ जियारते अरबयीन पढ़कर अ जादरो ने पेश की शहीदने करबला को श्रद्धांजलिहक़ कभी बातिल की ख्वाहिशात के मुताबिक नहीं चलता- हिस्टोरियन मौलाना सैयद आदिल फ़राज़
नज़रिया साहबे नज़रिया का होता है ,जाहिल का नज़रिया नज़रिया नही आलिम बनो या सीखने की कोशिश करो …